रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के कुल क्षेत्रफल (33 लाख वर्ग किलोमीटर) का आधा हिस्सा ऐसा है, जहां साल में सिर्फ 15 दिन बारिश होती है। इससे उलट देश का दो तिहाई (करीब 66%) हिस्सा बाढ़ से प्रभावित है। 12% इलाका अतिसंवेदनशील है। अगले 10 साल में कोलकाता, मुंबई जैसे शहरों में पांच करोड़ लोगों को बाढ़ से खतरा है। 2050 तक मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ देश के सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित राज्य होने का अनुमान है। इस साल महाराष्ट्र, गुजरात और दक्षिण भारत के कुछ इलाकों में बाढ़ के हालात बने, जिनमें 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
अभी 10 राज्य सबसे ज्यादा प्रभावित : बाढ़ प्रभावित राज्यों में पश्चिम बंगाल, बिहार, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, केरल, असम, गुजरात, उत्तरप्रदेश, हरियाणा और पंजाब हैं। बिहार में 2016, ओडिशा में 2011 और आंध्रप्रदेश में 1998 में आई बाढ़ से 20 लाख लोग प्रभावित हुए थे।
भारत में हर साल बाढ़ से होने वाला नुकसानबाढ़ के प्रभाव | नुकसान |
लोग प्रभावित | 3.2 करोड़ |
लोगों की मौत | 1600 |
पशुओं की मौत | 92 हजार |
जमीन को नुकसान | 70 वर्ग किलोमीटर |
आर्थिक नुकसान | 5600 करोड़ रुपए |
- कम समय में ज्यादा बारिश
- पानी की निकासी के खराब इंतजामों से
- बाढ़ नियंत्रण के खराब इंतजामों से
- बांधों का निर्माण और उनमें जलभराव-निकासी की योजना में खामी होने से